Vidhansabha CG : जल-जीवन मिशन पर सदन में घिरे पीएचई मंत्री, 100 करोड़ के घोटाले का आरोप.. जवाब नहीं दे पाए रुद्र गुरु, विपक्ष ने किया वाकआउट
रायपुर, 02 जनवरी। Vidhansabha CG : शीतकालीन सत्र प्रश्नकाल से हुआ जो काफी हंगामेदार रहा। पीएचई मंत्री रुद्र गुरु को जल जीवन मिशन के सवालो से घेरा। जल जीवन मिशन के टेंडर को लेकर सवाल किया। भाजपा विधायक कृष्णमूर्ति बांधी के सवाल पर सदन में हंगामा।टेंडर प्रक्रिया को लेकर विपक्ष ने सत्तापक्ष को घेरा।जल जीवन मिशन में केंद्र के फंड के बंदरबांट का आरोप लगा।
बिलासपुर में 201 टेंडर का मामला –
80 रिटेंडर और 15 टेंडर की समय सीमा बढ़ाना पड़ा था। अजय चंद्राकर, बृजमोहन अग्रवाल ने (Vidhansabha CG)सदन की समिति से जांच की मांग की।सदन में रूद्र गुरु जवाब नहीं दे पाए। 100 करोड़ के घपले का नारायण चंदेल ने आरोप लगाया। जल जीवन मिशन के टेंडर में गड़बड़ी पर सवाल किया। जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने विपक्षी सदस्यों ने नारे लगाते हुए वॉक आउट कर दिया।
सीमेंट फैक्ट्रियों के द्वारा ग्रीन बेल्ट की स्थापना को लेकर सवाल किया। विधायक कुलदीप जुनेजा ने उठाया सवाल। न्यूवोको, अल्ट्राटेक ,न्यू विस्टा, अंबुजा, इमामी सीमेंट संयंत्रों द्वारा लगाया गया वृक्षों की मांगी जानकारी।वन मंत्री ने सभी फैक्ट्रियों को आवंटित जगहों पर वृक्ष लगाने की दी जानकारी। आवंटित जमीन पर एक तिहाई से अधिक वृक्ष लगाए जाने कि सदन में मंत्रियों ने दी जानकारी।
कुलदीप जुनेजा ने बताया वृक्ष नहीं लगाए गए हैं ज्यादातर जगह पर वृक्ष मर गए हैं। विधायकों की समिति से जांच कराने की कुलदीप जुनेजा ने मांग की। विपक्ष ने भी कुलदीप जुनेजा का साथ दिया।विधायकों की समिति से जांच की मांग को लेकर सदन में हंगामा किया। वन मंत्री ने बताया कि किसी प्रकार की शिकायत नहीं आई है।विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि विधायकों ने अभी शिकायत की है इसकी भौतिक सत्यापन कराएं। विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर वन मंत्री ने विभागीय तौर पर भौतिक सत्यापन करने का आश्वासन दिया।