रायपुर, 08 दिसंबर। Congress Review Meeting : छत्तीसगढ़ में मिली बड़ी हार के बाद दिल्ली में कांग्रेस की समीक्षा बैठक हो रही है। बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, महासचिव केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी हार की समीक्षा करेंगे। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज, प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव और चरणदास महंत भी मौजूद हैं।
हमारा वोट प्रतिशत नहीं गिरा : कुमारी शैलजा
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा ने मीडिया से कहा, “सभी सर्वेक्षणों में कहा गया है कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ चुनाव जीतेगी। यह कुछ हद तक सच साबित हुआ क्योंकि हमारा वोट प्रतिशत नहीं गिरा। हम पार्टी की हार के कारणों का विस्तार से विश्लेषण कर रहे हैं। सभी नेताओं ने पार्टी आलाकमान को आश्वासन दिया है कि पार्टी ने लोगों का भरोसा नहीं खोया है। सभी नेताओं ने आश्वासन दिया है कि वे लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे। चुनाव में 18 महिला उम्मीदवारों में से 11 ने जीत हासिल की है।”
बैठक में प्रदेश के हालात को लेकर विधानसभा वार विधायकों के हारने की क्या वजह रही? डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव समेत मंत्रियों के हारने का क्या कारण रहा है, इन विषयों पर चर्चा होगी। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष के नाम पर भी चर्चा हो सकती है।
देश में अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव प्रस्तावित है। छत्तीसगढ़ में लोकसभा की कुल 11 सीटें हैं। 11 में से 9 सीटें बीजेपी के पास हैं, तो वहीं बस्तर और कोरबा लोकसभा सीट कांग्रेस के पास है। फिलहाल कांग्रेस की कोशिश छत्तीसगढ़ में इन सीटों की संख्या बढ़ाने को लेकर ही है। इसके साथ ही बूथवार ट्रेनिंग सेशन भी शुरू किया जाएगा। ज्यादा से ज्यादा सीटों पर कांग्रेस मजबूत हो, इसके लिए अलग-अलग अभियान भी चलाए जाएंगे।
कांग्रेस को बड़ा झटका सरगुजा-रायपुर संभाग में लगा
चुनाव से ठीक पहले ही प्रदेश अध्यक्ष को बदला गया है। ऐसे तो कांग्रेस पार्टी के 37 विधायक चुनाव हार चुके हैं, लेकिन अगर बात की जाए वोट प्रतिशत की, तो वो केवल 0.86% ही घटा है। ऐसे में पार्टी के नेता नई रणनीति के साथ जनता के बीच जाना चाहते हैं, ताकि लोकसभा के लिहाज से वोट प्रतिशत बढ़ाया जा सके। विधानसभी चुनाव में कांग्रेस दो तिहाई सीटों पर हारी है। कांग्रेस पार्टी को सबसे बड़ा झटका कांग्रेस को सरगुजा और रायपुर संभाग (Congress Review Meeting) में लगा है। यहां सभी सीटें कांग्रेस के हाथ से निकल गईं।