पिता बलिराम कश्यप के खुलवाए स्कूल को समस्याओं से निजात दिलाएंगे मंत्री कश्यप?
बकावंड
जिस सरकारी स्कूल की स्थापना दिवंगत सांसद बलिराम कश्यप ने करवाई थी, उस स्कूल में उनके पुत्र वन मंत्री केदार कश्यप एवं बस्तर सांसद महेश कश्यप के कदम पड़े। छात्रों इन जनप्रतिनिधियों को स्कूल की समस्याओं से अवगत कराया। मंत्री केदार कश्यप यह जानकर हैरान रह गए कि 31 साल बाद भी स्कूल में तीन प्रमुख विषयों के व्याख्याताओं की नियुक्ति ही नहीं हुई है। उन्होंने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को फोन कर स्कूल में व्याख्याता नियुक्त कराने के लिए कहा। हम बात कर रहे हैं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करपावंड की। यह स्कूल अविभाजित मध्यप्रदेश में मंत्री रहते बलिराम कश्यप ने सन 1993 में खुलवाया था। बस्तर के सांसद रहे बलिराम कश्यप के पुत्र केदार कश्यप छत्तीसगढ़ में डॉ. रमन सिंह सरकार में शिक्षा मंत्री रहे हैं तथा अभी विष्णु देव साय सरकार में वन मंत्री हैं।
विधानसभा स्तरीय मतदाता आभार एवं अभिनंदन समारोह में आए वन मंत्री केदार कश्यप, बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद महेश कश्यप शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करपावंड के भी विजिट पर गए। स्कूल प्रांगण में छात्राओं ने तिलक लगाकर एवं पुष्प गुच्छ से मंत्री केदार कश्यप एवं सांसद महेश कश्यप का स्वागत किया। इस स्कूल में गणित, भौतिकी, रसायन विषयों के विशेषज्ञ व्याख्याता नहीं हैं। छात्राओं ने व्याख्याताओं की पदस्थापना करने की मांग की। मंत्री केदार कश्यप ने तत्काल उच्च अधिकारियों को फोन कर शिक्षकों की पदस्थापना करने के लिए निर्देशित किया। छात्रों ने विधायक किरण सिंह देव के लिए भी मांग पत्र तैयार किया था। लेकिन उन्हें मांग पत्र सौंपा नहीं जा सका। छात्राओं ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं विधायक किरण देव सिंह से भी आग्रह किया है कि मांगों को शासन स्तर तक पहुंचाने का कष्ट करेंगे।
विदित हो कि स्वर्गीय सांसद बलिराम कश्यप के अविभाजित मध्यप्रदेश के शासनकाल में मंत्री रहते वर्ष 1993 में करपावंड हाई स्कूल खोला गया था। तब से आज 31 वर्ष हुए उक्त विषयों के शिक्षकों की पदस्थापन नहीं हो पाई है। छात्रा रिंकी मंडल ने मंत्री केदार कश्यप और सांसद महेश कश्यप को अवगत कराया कि जबसे स्कूल प्रारंभ हुआ है, तबसे आज तक गणित, भौतिकी, रसायन विषयों के शिक्षकों व्याख्याताओं की पदस्थापना नहीं हुई है। रिंकी मंडल ने बताया कि विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के अभाव में हमें शिक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कहीं-कहीं गणित, भौतिकी, रसायन एक ही विषय के दो-दो शिक्षक पदस्थ हैं।
उन स्कूलों से एक एक शिक्षक हमारे स्कूल को मिल जाएं तो अनुभवी विषय शिक्षको का अध्यापन लाभ हम लोगों को भी मिल सकेगा और हमारा भविष्य चौपट होने से बच जाएगा। छात्रों ने मंत्री कश्यप से कहा कि हम आपसे आशा और उम्मीद लगाकर आए हैं। आप हमारी मांग जरूर पूरी करेंगे। विभाग तो ध्यान नहीं दे रहा है। इसीलिए आपसे हमें बहुत ही आशा है। शाला संचालन प्रबंधन समिति अध्यक्ष नरेश गुप्ता, सदस्य ओमप्रकाश गुप्ता, दयालु बघेल, नवीना दास ने भी नए स्कूल भवन की मांग अगले बजट में शामिल करने के लिए रखी। यह स्कूल दो शिफ्टों में संचालित होता है। इस वजह सेअध्यापन के समय में लगभग डेढ़ घंटे नुकसान छात्रों को उठाना पड़ रहा है। मंत्री केदार कश्यप, सांसद महेश कश्यप एवं विधायक किरण देव सिंह से विद्यार्थियों और शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों ने आग्रह किया कि भवन की मांग अतिशीघ्र पूरी कराएं। पालकों ने भी सभी जनप्रतिनिधियों के समक्ष मांग पूरी करने के लिए आग्रह किया।