जयपुर । राजस्थान में ओबीसी को प्रदेश भाजपा संगठन की कमान सौंपने की चर्चा चल रही है। राज्य के प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी ने एक पद के तहत इस्तीफे की पेशकश की है। वे चित्तौड़गढ़ से सांसद भी हैं और ब्राह्मण हैं। ब्राह्मण मुख्यमंत्री भी पद पर हैं ऐसे में भाजपा ओबीसी को कमान सौंप सकती है।
बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए मदन राठौड़, प्रभुलाल सैनी और राजेंद्र गहलोत के नामों की चर्चा चल रही है। मदन राठौड़ और राजेंद्र गहलोत राज्यसभा के सदस्य हैं जबकि सैनी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। यह तीनों अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से हैं।
सीपी जोशी को पिछले साल मार्च में राजस्थान बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया था। राज्य में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, दोनों ही ब्राह्मण हैं लिहाजा बीजेपी ओबीसी को प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है।
सीपी जोशी ने फिर से इस्तीफा देने की पेशकश की
सीपी जोशी ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद और फिर जब वे चित्तौड़गढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे तब भी इस्तीफा देने की पेशकश की थी। जोशी ने बीजेपी आलाकमान से कहा था कि एक व्यक्ति, एक पद के फॉर्मूले के तहत उनका इस्तीफा स्वीकार किया जाना चाहिए। इन दिनों दिल्ली में संसद के मानसून सत्र में भाग ले रहे सीपी जोशी ने फिर से इस्तीफा देने की पेशकश की है। सीपी जोशी को 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले राज्य का बीजेपी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया के बीच गुटबाजी
तब वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया के बीच गुटबाजी के कारण चित्तौड़गढ़ के इस गैर-विवादास्पद लो प्रोफाइल राजनेता को राज्य में पार्टी की कमान सौंपी गई थी। उन्होंने विधानसभा चुनाव का प्रबंधन किया और राजस्थान में पार्टी को जीत दिलाई।।