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भव्य मंदिर में पहली बार रजत हिंडोले पर विराजमान हुए प्रभु, राम भक्त कर रहे दर्शन

मंदिरों और मूर्तियों की नगरी अयोध्या में झूलन उत्सव की शुरुआत हो चुकी है. सैकड़ों मठ-मंदिरों में भगवान के विग्रह झूले पर विराजमान हो चुके हैं. नाग पंचमी के दिन से रक्षाबंधन तक अयोध्या में भगवान झूले का आनंद लेते हैं. इस दौरान भक्त उन्हें झूला झुलाते हैं और सावन के कजरी गीत सुनाकर भगवान को रिझाने का प्रयास करते हैं.

आज नाग पंचमी के अवसर पर, अयोध्या के सैकड़ों मठ-मंदिरों में भगवान अद्भुत झूलन दर्शन दे रहे हैं. विशेष रूप से राम मंदिर में, बालक राम पहली बार भव्य मंदिर में चांदी के बने हिंडोले पर विराजमान हो चुके हैं. इस अवसर पर भगवान को विभिन्न पकवानों का भोग लगाया जा रहा है. गर्भगृह के सामने झूला लगाया गया है, जहां से भक्त 20 फीट की दूरी से दर्शन कर सकते हैं और प्रभु को झूला भी झुला सकते हैं. राम मंदिर ट्रस्ट ने इस कार्यक्रम के लिए विशेष योजना बनाई है, जिसमें 11 दिनों तक राम भक्तों को भोग का प्रसाद भी भंडारे के माध्यम से वितरित किया जाएगा.

सावन के कजरी गीतों से गूंजेगा राम मंदिर
प्रभु राम 11 दिनों तक शाम के समय सावन के कजरी गीतों का आनंद लेंगे. सावन के इस पवित्र महीने में, प्रभु राम की नगरी अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. भक्त भगवान को झूले पर देखकर मंत्रमुग्ध हो रहे हैं. अयोध्या के सैकड़ों मठ-मंदिरों में उत्साह का माहौल है, जबकि राम मंदिर में सावन का झूलन उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. भगवान को विभिन्न व्यंजनों का भोग अर्पित किया जा रहा है.

भव्य आयोजन: झूलन उत्सव की शुरुआत और भंडारे की व्यवस्था
राम मंदिर के व्यवस्थापक गोपाल राव ने बताया कि नाग पंचमी के दिन से अयोध्या के मठ-मंदिरों में झूलन उत्सव की शुरुआत हो चुकी है. राम मंदिर में नाग पंचमी से श्रावण पूर्णिमा तक, 11 दिनों तक भगवान हिंडोले पर विराजमान रहते हैं. सुबह से ही प्रभु राम चांदी के झूले पर विराजमान हो गए हैं. मंदिर की विशेष सजावट की जाएगी और शाम को प्रतिदिन भगवान के समक्ष संगीत का वादन होगा. साथ ही, नाग पंचमी से सावन पूर्णिमा तक राम भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन भी होगा, जिसमें सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक प्रसाद वितरित किया जाएगा.

प्रभु राम के झूलन उत्सव का भव्य आयोजन
राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि प्रभु राम झूले पर विराजमान हो चुके हैं. शाम के समय कजरी गीत गाए जाएंगे, जिससे राम का दरबार गुलजार होगा. भक्त दर्शन करेंगे और धूमधाम के साथ भगवान का झूला उत्सव मनाया जाएगा. पहली बार, भव्य मंदिर में प्रभु राम झूले पर विराजमान हुए हैं, जिसे भव्यता के साथ मनाया जा रहा है. अयोध्या में झूलन उत्सव बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है, जिससे पूरे नगर में भक्तिमय माहौल बना हुआ है.

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