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राखी बांधने पर 3 गांठें ही क्यों लगाई जाती हैं? कैसी हो पूजा की थाली, पंडित जी से जानें महत्व और जरूरी सामग्री

भारत में हिन्दू पर्व होली-दिवाली की तरह रक्षाबंधन भी धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त 2024 दिन सोमवार को है. सभी भाई-बहनों को इस दिन का बेसब्री से इंतजार होता है. यह त्योहार हर वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करते हुए उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र यानी राखी बांधती हैं. आपने अक्सर देखा होगा कि राखी में 3 गांठें लगाई जाती हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर राखी में 3 गांठें ही क्यों लगाई जाती हैं? क्या है इसका महत्व? पूजा की थाली में किन चीजों का होना जरूरी? इस सवालों के बारे में News18 को बता रहे हैं उन्नाव के ज्योतिषाचार्य पं. ऋषिकांत मिश्र शास्त्री-

राखी बांधने का शुभ समय?

ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त 2024 दिन सोमवार को मनाया जा रहा है. रक्षाबंधन वाले दिन भद्रा लगने की वजह से राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 19 अगस्त दोपहर 01:25 मिनट से रात 09:36 मिनट रहेगा. इस बीच बिना किसी दुविधा के भाइयों को राखी बांधी जा सकेंगी.

ऐसी हो रक्षाबंधन की थाली

रक्षाबंधन पर तैयार होने वाली थाली में रोली, अक्षत, हल्दी, नारियल, राखी, दीपक, मावा से बनी मिठाई या फिर खीर आदि का होना बेहद जरूरी है. माना जाता है कि चीजों के बिना पूजा अधूरी रह जाती है. साथ ही इन सभी चीजों का थाली में होना आवश्यक होता है, क्योंकि यह पूजा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है.

राखी में तीन गांठों का महत्व?

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, राखी में 3 गांठ लगाना बेहद शुभ होता है. कहा जाता है कि इन तीन गांठों का संबंध सीधे त्रिदेव यानी बह्मा, विष्णु और महेश से है. इसलिए राखी बांधते समय पहली गांठ भाई की लंबी उम्र के लिए होती है, दूसरी गांठ स्वयं की लंबी उम्र के लिए और तीसरी गांठ भाई-बहन के रिश्ते में प्यार और मिठास लाने के लिए होती है.

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