नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद व लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लेटरल एंट्री मामले में एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और कहा, कि यह दलितों, ओबीसी और आदिवासियों पर हमला है।
राहुल ने सोमवार 19 अगस्त को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर बहुजनों से आरक्षण छीनने का प्रयास करने जैसा आरोप लगाया है। राहुल ने कहा, कि लैटरल एंट्री दलित, ओबीसी और आदिवासियों पर हमला है। भाजपा का राम-राज का विकृत संस्करण संविधान को नष्ट करना और बहुजनों से आरक्षण छीनना चाहता है। इससे पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ने रविवार 18 अगस्त को कहा था, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के बजाय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के माध्यम से लोक सेवकों की भर्ती करके संविधान पर हमला कर रहे हैं।’
यहां बतलाते चलें कि केंद्र ने ‘लेटरल एंट्री’ के माध्यम से 45 विशेषज्ञों की विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों में संयुक्त सचिव, निदेशक और उपसचिव जैसे प्रमुख पदों पर नियुक्ति करने की घोषणा कर रखी है। जबकि आमतौर पर इन पदों पर अखिल भारतीय सेवाओं-भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और भारतीय वन सेवा (आईएफओएस) और अन्य ‘ग्रुप ए’ सेवाओं के अधिकारियों की नियुक्ति की जाती रही है। इसलिए अब इस मामले को लेकर देश में विरोध बढ़ना तय माना जा रहा है। इसलिए केंद्र अब बचाव की मुद्रा में नजर आ रहा है।