गांधीनगर | केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि ग्रीन एनर्जी क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दृढ़ प्रतिबद्धता भारत को एक अधिक टिकाऊ भविष्य की दिशा में अग्रसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित री-इन्वेस्ट समिट के समापन समारोह में बोल रहे थे| जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व और निरंतर मार्गदर्शन से भारत ने आज रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र के विकास को ग्लोबल मूवमेंट यानी वैश्विक आंदोलन बना दिया है। अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) जैसी पहल के जरिए अनेक देशों को एक ही मंच पर लाकर प्रधानमंत्री ने वैश्विक रिन्यूएबल एनर्जी के प्रयासों में भारत को शीर्ष पर पहुंचाया है। इसके फलस्वरूप आज पूरी दुनिया रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में भारत की ओर सम्मानपूर्वक देख रही है। केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री के उद्बोधन का उल्लेख करते हुए कहा कि गांधी जी का जीवन प्रेरणादायी था, क्योंकि उनके जीवन में न्यूनतम कार्बन फुटप्रिंट रहा है। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत का उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया है। उसी दिशा में आगे बढ़ते हुए भारत आज आत्मनिर्भर ऊर्जा क्षेत्र के लिए प्राकृतिक संसाधानों का समुचित उपयोग कर सस्टेनबल गतिविधियों को अपनाने की दिशा में प्रतिनिधित्व कर रहा है। जोशी ने भारत की रिन्यूएबल एनर्जी यात्रा को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने और प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत@2047’ के विजन को साकार करने की तत्परता व्यक्त की। केंद्रीय मंत्री ने री-इन्वेस्ट 2024 समिट की मेजबानी और इस समग्र आयोजन में संपूर्ण सहयोग देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्य के ऊर्जा मंत्री कनु देसाई सहित पूरी गुजरात सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने पंजाब के राज्यपाल, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गोवा के मुख्यमंत्रियों और तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री सहित समिट में शामिल हुए सभी गणमान्य लोगों, डेलीगेट्स, विषय विशेषज्ञों और उद्योगपतियों के प्रति भी आभार व्यक्त किया।
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