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नागपुर हाल्ट से चिरमिरी नई रेल लाइन के भू अधिग्रहण हेतु संबोधन संस्थान ने स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन सौपा

मनेन्द्रगढ़/एमसीबी
एक दशक से लंबित नागपुर हाल्ट से चिरमिरी तक स्वीकृत नई रेल लाइन का कार्य शीघ्र प्रारंभ कराने हेतु संबोधन संस्थान मनेन्द्रगढ़ के प्रतिनिधि मंडल ने मनेन्द्रगढ़ विधायक एवं स्वास्थ्य मंत्री  श्याम बिहारी जायसवाल से व्यक्तिगत मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. वीरेंद्र श्रीवास्तव, प्रमोद बंसल, नरेंद्र श्रीवास्तव, पुष्कर तिवारी, राजकुमार पांडे, श्याम बिहारी रैकवार, गौरव अग्रवाल, हारून मेमन, श्याम सुंदर निगम द्वारा संयुक्त रूप से संबोधन साहित्य एवं कला विकास संस्थान की आंचलिक विकास हेतु समर्पित विभाग “संबोधन विचार मंच” द्वारा दिये गए ज्ञापन में कहा गया है कि वर्तमान छ.ग. शासन द्वारा राज्य सरकार की अंश राशि स्वीकृत कर दी गई है किंतु रेलवे अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भू अधिग्रहण एवं मुआवजा राशि के निर्धारण के बाद ही रेल लाइन निर्माण की निविदा जारी की जा सकेगी. उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि वन विभाग एवं राज्य शासन की भूमि अधिग्रहण हेतु रेल्वे द्वारा आवेदन भेज दिया गया है, अधिग्रहित की जाने वाली भूमि पर सौ से अधिक सीमांकन पोल गाड़े जा चुके हैं.

अब केवल इस रेल लाइन में आने वाली निजी भूमि का अधिग्रहण एवं मुआवजा राशि तय करके रेलवे अधिकारियों को शीघ्र भेजना जरूरी है. इसके लिए मनेन्द्रगढ़ अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को अधिकृत किया गया है. भू अधिग्रहण एवं मुआवजा राशि का निर्धारण समय सीमा में कराने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने हेतु विधायक  से अनुरोध किया गया है. संबोधन संस्थान द्वारा दिए गए इस ज्ञापन के परिप्रेक्ष में  श्याम बिहारी जायसवाल ने संबोधन संस्था के द्वारा इस रेल लाईन से लंबे समय से जुड़ाव एवं पूर्ण करने की प्रतिबद्धता सहित आंचलिक विकास कार्यों हेतु स्मरण दिलाने हेतु धन्यवाद ज्ञापन किया, एवं विश्वास दिलाते हुए कहा कि यह कार्य मेरी प्राथमिकता सूची में है. नागपुर – चिरमिरी (पारा- डोल) नई रेल लाईन के भू अधिग्रहण हेतु संयुक्त सर्वे टीम के गठन पूर्ण हो जाने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इस नई रेल लाईन का भू अधिग्रहण कार्य पूर्ण कराकर जल्दी ही टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी.

स्मरणीय है कि यह संस्था विगत 2010 से लगातार ब्रिटिश शासन में प्रस्तावित चिरमिरी – बरवाडीह रेल लाइन के निर्माण हेतु प्रयासरत है. बौरीडांड से अंबिकापुर रेल लाइन बन जाने से चिरमिरी एवं मनेन्द्रगढ़ का रेलवे स्टेशन अब रेल्वे रिकार्ड में सुसुप्त रेलवे स्टेशन बन चुका है. इसके विकास की संभावनाएं अब लगभग समाप्त हो चुकी है. इसे पुनर्जीवन देने के लिए नागपुर से चिरमिरी (पाराडोल) रेल लाइन शीघ्र पूरा किया जाना जरूरी है. वर्तमान समय में मनेन्द्रगढ़ स्थित सहायक अभियंता कार्यालय भी बैकुंठपुर स्थानांतरित किया जा रहा है. अंबिकापुर से बरवाडीह रेल लाइन की 182 कि. मी. की रेल लाइन जुड़ जाने से यह मुंबई कोलकाता की सबसे छोटी रेल लाइन होगी जिसमें मुंबई से कोलकाता की रेल यात्रा में दोनों महानगरों के बीच की दूरी 400 किलोमीटर कम हो जाएगी एवं वर्तमान में चलने वाली अंबिकापुर की समस्त ट्रेनों का फायदा चिरमिरी मनेन्द्रगढ़ निवासियों को एवं चिरमिरी से चलने वाली ट्रेनों का फायदा अंबिकापुर को होगा. इसलिए यह रेल लाइन इस अंचल के लिए भविष्य की जीवन रेखा साबित होगी

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