ध्रुव जुरैल की 80 रन की पारी ने भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुश्किल से निकाला
IND टीम को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले ध्रुव जुरैल ने राहत की सांस पहुंचाई है। जुरैल ने गुरुवार को AUS के खिलाफ मेलबर्न में जारी दूसरे अनाधिकृत टेस्ट में 80 रन की साहसिक पारी खेली। IND के लिए छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे जुरैल ने 186 गेंदों में छह चौके और दो छक्के की मदद से 80 रन बनाए। जुरैल ने इस पारी के साथ ही सरफराज खान की चिंता बढ़ा दी है, जो न्यूजीलैंड के खिलाफ मिडिल ऑर्डर में प्रभावित नहीं कर पाए थे। जुरैल ने AUS के खिलाफ उस समय यह पारी खेली, जब टीम की हालत खराब थी। IND की शुरुआत बेहद खराब रही। ओपनर्स केएल राहुल (4) और अभिमन्यु ईस्वरन (0) ने निराश किया। इसके बाद साई सुदर्शन (0) और कप्तान रुतुराज गायकवाड़ (4) भी सस्ते में आउट होकर पवेलियन लौट गए। 11 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद IND पारी को देवदत्त पडिक्कल (26) और ध्रुव जुरैल (80) ने संभाला। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 53 रन की साझेदारी की। पडिक्कल ज्यादा देर क्रीज पर टिक नहीं सके और नेसर का शिकार बनकर पवेलियन लौट गए।
जुरैल योद्धा की तरह डटे रहे
ध्रुव जुरैल ने AUS गेंदबाजों का डटकर मुकाबला किया और एक छोर से रन गति को भी बरकरार रखा। उन्होंने नितीश कुमार रेड्डी (16) के साथ मिलकर टीम को 100 रन के पार लगाया। दोनों ने छठे विकेट के लिए 39 रन की साझेदारी की। इसके बाद ध्रुव जुरैल ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ किला लड़ाना जारी रखा और खुद 9वें बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। मैकस्वीनी ने डेविस के हाथों कैच आउट कराकर जुरैल की पारी का अंत किया।
क्या मिलेगा मौका
IND टीम का मिडिल ऑर्डर न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में संपन्न सीरीज में चरमरा गया था। AUS दौरे के लिए ध्रुव जुरैल को IND स्क्वाड में शामिल किया गया है। देखना दिलचस्प होगा कि इस साहसिक पारी के दम पर जुरैल को 22 नवंबर से शुरू होने वाले पहले टेस्ट में मौका मिलेगा? वैसे, जुरैल की पारी से सरफराज खान की चिंता बढ़ गई है क्योंकि अगर 23 साल के जुरैल को पहले टेस्ट में मौका मिला तो फिर मुंबई के बैटर को बाहर बैठना पड़ेगा।