सावन में इस मंदिर में करें परिक्रमा, मां लक्ष्मी हो जाएंगी खुश! जीवन में आएगी शांति
मंदिरों में आपने बहुत से लोगों को परिक्रमा करते हुए देखा होगा. अगर आप भी प्रभु की कृपा पाने चाहते हैं तो आपको सावन के दौरान वृंदावन में परिक्रमा जरूर करनी चाहिए. मान्यता के अनुसार वृन्दावन में सावन के दौरान परिक्रमा करने से सुख और समृद्धि मिलती होती है. श्रावण मास में वृंदावन की परिक्रमा लगाने से कष्ट भी दूर हो जाते हैं. कहा जाता है की ब्राह्मण के देवी देवता यहां विराजमान होते हैं.
परिक्रमा करने से मां लक्ष्मी की होती है कृपा
वृंदावन का नाम मुख पर आते ही एक अलग ही अनुभूति होती है. यहां राधा कृष्ण अद्भुत लीलाओं के भी दर्शन आपको देते हैं. श्रावण मास में अगर कोई व्यक्ति वृंदावन की परिक्रमा लगा ले, तो उसको मनवांछित फल प्राप्त होता है. बांके बिहारी मंदिर के सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी ने वृंदावन परिक्रमा का महत्व बताते हुए कहते हैं, ‘श्रावण मास में पृथ्वी पर सभी देवी देवता आ जाते हैं. यहां भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं के दर्शन करते हैं. पृथ्वी पर 33 कोटी देवी देवता आकर वृंदावन में वह लागू पुण्य के साक्षी बनते हैं.’
पुण्य की होती है प्राप्ति
वो आगे रहते हैं, ‘वृंदावन एक पुण्य भूमि है और कृष्ण की लीलाओं की लीला स्थल है.’ श्रीनाथ ने यह भी बताया कि वृंदावन में जो लोग परिक्रमा करते हैं, उनके सभी दु:ख दूर हो जाते हैं. कष्ट उनके पास नहीं आते. यहां आकर सभी भक्त राधे कृष्ण की भक्ति में डूब जाते हैं. श्री कृष्ण राधा और गोपियों के साथ महारास करते हैं. महारास का वह अद्भुत और आलोक की नजर कोई भी नहीं देख पता है, शिवाय देवी देवताओं के.
आर्थिक तंगी से कैसे मिलता है छुटकारा?
श्रावण मास में वृंदावन की परिक्रमा करने से बहुत ही फल प्राप्त होता है. मान्यता है कि वृंदावन की परिक्रमा करने से न सिर्फ श्री कृष्ण बल्कि तुलसी माता का आशीर्वाद भी मिलता है. घर से आर्थिक तंगी हमेशा के लिए दूर हो जाती है. परिक्रमा लगाने वाले व्यक्ति के घर में मां लक्ष्मी का वास होता है. परिक्रमा लगाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.