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भारत को कोविड की एक और लहर के लिए तैयारी रखने की सलाह: विशेषज्ञों की चिंता

अमेरिका और दक्षिण कोरिया सहित कई देशों में कोविड के मामलों में वृद्धि के बीच शुक्रवार को एक विशेषज्ञ ने कहा कि भारत को कोविड की एक और लहर के लिए तैयार रहना चाहिए। अमेरिका के 25 राज्यों में कोविड संक्रमण बढ़ रहा है। दक्षिण कोरिया में भी कोविड के मामले बढ़ रहे हैं।

भारत में कोविड-19 के 908 नए मामले सामने आए

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इस वर्ष जून और जुलाई के बीच भारत में कोविड-19 के 908 नए मामले सामने आए और दो मौतें हुई हैं। शिव नादर विश्वविद्यालय, नोएडा के वायरोलाजिस्ट प्रोफेसर दीपक सहगल ने बताया, वायरस निश्चित रूप से फिर से उभर आया है। कोविड का हालिया प्रकोप केपी वेरिएंट के कारण हुआ है – जो ओमिक्रान वैरिएंट से संबंधित है।

भारत में कोरोना के 279 सक्रिय मामले

हालांकि भारत में स्थिति गंभीर नहीं है, लेकिन हमें इसके लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा। भारत में, केपी .2 का पहली बार दिसंबर 2023 में ओडिशा में पता चला था। इस बीच, भारत के कई राज्यों में कोविड मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। भारत में कोरोना के 279 सक्रिय मामले हैं। इससे पहले कोरोना की दो लहर में लाखों लोगों की मौत हो गई थी।

छह महीने में समाप्त हो सकता है अफ्रीका में एमपाक्स का प्रकोप : डब्ल्यूएचओ

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अधानम गेब्रेसस का मानना है कि अफ्रीका में एमपाक्स के प्रकोप को अगले छह महीनों में रोका जा सकता है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि टीकों की पहली खेप कुछ ही दिनों में कांगो पहुंच जाएगी। कांगो में एमपाक्स का सबसे अधिक प्रकोप है।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक गेब्रेसस ने कहा, हमारा मानना है कि हम अगले छह महीनों में एमपाक्स के प्रकोप को रोक सकते हैं। पिछले कुछ सप्ताह में एमपाक्स संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन अपेक्षाकृत कम मौतें हुई हैं। गेब्रेसस ने यह भी बताया कि बुरुंडी, रवांडा, केन्या, युगांडा, स्वीडन और थाईलैंड में मरीजों की पहचान की गई है।

एमपाक्स संक्रामक वायरल रोग

गौरतलब है कि कांगो में इस वायरस के प्रकोप के बाद डब्ल्यूएचओ ने इसी महीने एमपाक्स की स्थिति को फिर वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है। इससे पहले जुलाई 2022 में एमपाक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया था। एमपाक्स संक्रामक वायरल रोग है। इसके लक्षणों में दाने निकलना, फफोले बनना, बुखार, शरीर में दर्द शामिल है।

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