जंगल सफारी के इंटर्नशिप प्रोग्राम में विद्यार्थियों ने सीखे वन-वन्यजीव संरक्षण संवर्धन के तौर-तरीके
रायपुर
जंगल सफारी, नया रायपुर में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान के छात्रों के 15 दिवसीय इंटर्नशिप प्रोग्राम (25 मई – 8 जून) का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को जंगल सफारी के विभिन्न नियोजनात्मक पहलुओं से परिचित कराना और उन्हें वन और वन्यजीव संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक बनाना था।
समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथी के रुप में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के श्री. पुरुषोत्तम सिंह ठाकूर ने छात्रों को भविष्य की सफल योजनाओं के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, किसी भी विषयवस्तु को सीखने की जिज्ञासा, चाह और उसके लिये की गई मेहनत ही आपको सफलता की ओर ले जाती है. इसके लिये आत्मविश्वास और कष्ट जरुरी है, यही आपको आपकी मंजिल तक पहुंचाएगा।
जंगल सफारी के संचालक श्री. धम्मशील गणवीर ने छात्रों को संबोधित करते हुए पर्यावरण संवर्धन, वन्यजीव संरक्षण, रिसर्च और कंजर्वेशन के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा यह अनुभव छात्रों को पर्यावरण को देखने का नया दृष्टिकोन तो देगा साथ ही वन्यजीव के प्रति सहानुभूति की भावना को भी बढाएगा. इस तरह के इंटर्नशिप, वालंटिअर इत्यादी कार्यक्रम, जंगल सफारी के बेहतर प्रबंधन में भी सहायक होते हैं, जिससे सफारी प्रबंधन और आगंतुकों के बेहतर अनुभव के लिए नई दिशा प्राप्त होती है। साथ ही युवा पीढ़ी को वन संरक्षण, वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण के महत्व के बारे में जागरूक करने में भी मददगार साबित होते है। जंगल सफारी के पशु चिकित्सालय के डॉ. राकेश वर्मा ने छात्रों को मार्गदर्शन करते हुए जीवन में अनुशासन के साथ समय की सूचकता के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम का सूत्रसंचालन चंद्रमणि साहु, बीएफओ, जंगल सफारी द्वारा किया गया.
15 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान, छात्रों को जंगल सफारी प्रबंधन, वन्यजीव पुनर्वास, पर्यावरण संरक्षण, इको-टूरिज्म, पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम और नागरिकों में संरक्षण के प्रति जागरूकता निर्माण जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही सत्र के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन किया गया. स्नश्वस् की सीनियर प्रोग्राम मॅनेजर डॉ. मंजीत कौर बल ने छात्रों को नागरिक विज्ञान से संबंधित बारिकियां, जरुरत और महत्व को समझाया। छात्रों ने डॉ. बल के मार्गदर्शन में जंगल सफारी के आसपास के गावों में अभ्यास दौरा किया और नागरिकों से विविध मुद्दों पर चर्चा कर व्यक्तिनिष्ठ तथा वस्तूनिष्ठ सर्वे द्वारा जानकारी प्राप्त की।