मुंबई भगदड़ और दिल्ली प्रदूषण के लिए महाराष्ट्र नहीं केंद्र सरकार भी जिम्मेदार
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने मुंबई के बांद्रा टर्मिनल पर हुई भगदड़ और दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने मुंबई में हुए हादसे को जंगल राज बताते हुए कहा कि यह स्थिति चिंताजनक है। बांद्रा टर्मिनल पर हुई भगदड़ में यात्रियों के घायल होने के संदर्भ में रविवार को राशिद अल्वी ने कहा कि मुंबई में जंगल राज है। हाल ही में एक नेता की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई और सरकार तमाशा देखती रही है।
अब रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई। यह जिम्मेदारी सिर्फ महाराष्ट्र सरकार की नहीं, बल्कि केंद्र सरकार की भी है। केंद्र और महाराष्ट्र में डबल इंजन की सरकार है। उनके नेताओं का यह कहना है कि डबल इंजन की सरकार है, लेकिन इसका नतीजा यह हुआ कि लोग मारे जा रहे हैं। उन्होंने इस घटना के लिए रेलवे और दोनों सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी अपने घर जाने की कोशिश करेगा और रेलवे स्टेशन पर जख्मी हो जाएगा। इस घटना की जिम्मेदारी जितनी रेलवे की है, उतनी ही राज्य और केंद्र सरकार की भी है।
वहीं दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर अल्वी ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि किसी ने हवा में जहर घोल दिया हो। दिल्ली के लोग मुश्किल भरी जिंदगी गुजार रहे हैं। बीमारियां बढ़ रही हैं। बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह कठिन समय है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के प्रदूषण के लिए आम आदमी पार्टी (आप) और केंद्र सरकार दोनों जिम्मेदार हैं। अल्वी ने कहा कि जब दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता है, तो बीजेपी और आम आदमी पार्टी केवल एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी में लगे हैं लेकिन प्रदूषण से निजात कैसे पाया जाए, इसके लिए दोनों सरकारें कोई ठोस कदम नहीं उठाती हैं।
पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं पर अल्वी ने कहा कि पराली एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। जब तक सरकार इस पर काबू नहीं करेगी, तब तक कोई नतीजा नहीं निकलेगा। हरियाणा, पंजाब और यूपी में भी पराली जलाई जा रही है। हरियाणा और यूपी में बीजेपी और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है, लेकिन दोनों सरकारों को जनता की फिक्र नहीं है। इस तरह अल्वी ने सरकारों की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए देश के नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा की चिंता व्यक्त की।