कभी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए लेना पड़ता था कर्ज, अब किसान सम्मान निधि से पूरी हो रही जरूरतें-किसान भरत साहू
रायपुर : मुंगेली जिले के ग्राम फरहदा के किसान भरत साहू का कहना है कि एक समय ऐसा भी था, जब खेती-किसानी की छोटी-मोटी जरूरतों की पूर्ति करने के लिए कर्ज लेना पड़ता था, सेठ-साहूकारों का चक्कर लगाना पड़ता था। कई बार कर्ज नहीं मिलने की स्थिति में एक-एक पैसे के लिए मोहताज भी होना पड़ता था। कर्ज के एवज में सेठ-साहूकारों के पास अपने घर की कुछ सामग्री गिरवी रखना पड़ता था, तब जाकर कर्ज मिलता था। लेकिन शासन द्वारा जब से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की गई है, तब से इन सब दिक्कतों से मुक्ति मिल गई है।
उन्होंने कहा कि किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली राशि से न केवल घर की छोटी-छोटी जरूरतें पूरी हो रही है, बल्कि इस राशि से खेती-किसानी भी बेहतर तरीके से करने में मदद मिल रहा है। परिवार के भरण-पोषण में भी महत्वपूर्ण सहयोग मिल रहा है। इस योजना से उन्हें आर्थिक संबल मिला है। परिवार और समाज में उनका सम्मान बढ़ा है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई योजना है, जिसका उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत प्रत्येक पात्र किसान परिवार को सालाना 6000 रुपये की राशि दी जाती है। ये राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है, ताकि उन्हें खेती के काम में आर्थिक मदद मिल सके।
योजना का लाभ लेने के लिए किसान के पास कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए। लाभार्थी की पहचान के रूप में आधार कार्ड, बैंक खाता और मोबाइल नंबर होना आवश्यक है। बड़े व व्यावसायिक कृषि करने वाले किसान और किसी अन्य केंद्रीय या राज्य सरकार की नौकरी में लगे व्यक्ति योजना के लिए पात्र नहीं होंगे। योजना अंतर्गत नए किसान ऑफिशियल वेबसाइट चउापेंदण्हवअण्पद सीएससी अथवा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से सम्पर्क कर पंजीयन करा सकते है।