घर की इस दिशा में लगाएं कनेर का पौधा, वास्तु दोष होगा दूर, बनेंगे अटके हुए सारे काम
हिन्दू धर्म में कई सारे पेड़ पौधों को पवित्र और पूजनीय माना गया है. इनमें से कई को तो घर में लगाने मात्र से ही आपको कई तरह के फायदे होते हैं. इस आर्टिकल में हम खास तौर पर बात कर रहे हैं कनेर के पेड़ की. यह एक ऐसा पेड़ है, जिसका पौधा यदि आप घर में सही दिशा में लगाते हैं तो सकारात्मकता के साथ सुख-समृद्धि आती है. इसे वास्तु शास्त्र में सुख शांति का प्रतीक माना गया है.
आपको बता दें कि, कनेर के पेड़ में खिलने वाले फूलों का रंग पीला होता है और यह रंग श्रीहरि का प्रिय है. ऐसे में यह फूल माता लक्ष्मी का भी पसंदीदा माना गया है और जब यह पेड़ आप घर में लगाते हैं तो माता की कृपा आप पर बरसती है. इसके अलावा आयुर्वेद में भी कनेर के पौधे का महत्व बताया गया है. इसे किस दिशा में लगाना चाहिए? और क्या हैं इसके फायदे.
किस दिशा में लगाएं कनेर का पौधा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सफेद और पीले रंग के कनेर का फूल देने वाला कनेर का पेड़ लगाना बेहद ही शुभ है लेकिन, इसके लिए दिशा का विशेष ख्याल रखना चाहिए. आपको कनेर का पौधा पश्चिम या पूर्व दिशा में लगाना चाहिए. इससे आपको कई सारे लाभ मिलेंगे. साथ ही माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होंगी लेकिन, ध्यान रहे कभी भी कनेर का लाल रंग के फूल देने वाला पौधा घर में ना लगाएं क्योकि, इसे अशुभ माना गया है
कनेर के पौधे का आयुर्वेद में महत्व
– यदि आपके घर में सफेद फूल देने वाला कनेर का पौधा है तो इसके पत्तों से खुजली जैसी परेशानी दूर होती है.
– आप कनेर के पत्तों को लौंग या पुदीना के तेल में पकाएं और फिर इसका इस्तेमाल खुजली वाली जगह पर लगाने में करें.
– यदि आपको दाद की समस्या है तो कनेर की जड़ को गोमूत्र में घिसकर लगाएं. ऐसा करने से आपको आराम मिलेगा.
– कनेर की जड़ को जहर या डंक उतारने के तौर पर भी उपयोग किया जाता है. इसके लिए आप सफेद कनेर की जड़ को घिसकर डंक पर इसका लेप लगा सकते हैं. लेकिन इसे आप सटीक उपाय के तौर पर ना लें इसके तुरंत बाद डॉक्टर से संपर्क करें.