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सोते रहे सुरक्षा गार्ड चोरों ने लाखों का कैश किया पार, तीन शोरूम को चोरों ने बनाया निशाना

जगदलपुर ।   जगदलपुर शहर के गीदम रोड़ स्थित तीन शोरूम को चोरों ने एक ही रात में निशाना बनाते हुए वहां से लाखों रुपये कैश पार कर दिया। जिस समय चोरों ने इस घटना को अंजाम दिया उस समय सुरक्षाकर्मी आराम से सोते रहे और चोरों ने अपना काम खत्म कर आसानी से फरार हो गए। इस घटना की जानकारी सुबह लगी, जब शोरूम के कर्मचारी आये, इसके बाद पुलिस को सूचना दिया गया। मामले की जानकारी देते हुए बताया गया की गीदम रोड़ स्थित महिंद्रा शोरूम, मारुति शोरूम व टोयोटा शोरूम में बीती रात एक साथ करीब 7 से 8 चोर पहुंचे जहाँ सुरक्षाकर्मी नींद फरमाते हुए दिखाई दिए। चोरों ने बड़ी आसानी से शोरूम के अंदर प्रवेश करते हुए गल्ले को ही निशाना बनाया और गल्ले में रखा कैश लेकर फरार हो गए। चोरों ने इस घटना को इतनी आसानी से अंजाम दिया कि वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों को भनक तक नही लगी। घटना की जानकारी लगते ही शोरूम में हंगामा मच गया, पुलिस अधिकारियों से लेकर शोरूम के कर्मचारी भी मौके पर आ पहुँचे, पुलिस ने शोरूम के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला है, जहाँ देखने से ऐसा प्रतीक हो रहा है कि चोर स्थानीय ना होकर बाहर के बताए जा रहे है। 

चोरों को पता था कहा है कैश

इस मामले में एक बात काफी अजीब थी जिसमें देखा गया कि चोर शोरूम में घुसते साथ ही इधर उधर ना जाकर सीधे कैश रखे रूम में जाते और कैश लेकर निकल जाते थे। इस घटना में एक बड़ी लापरवाही यह देखने को मिली कि चोर जिस समय इस घटना को अंजाम देने के लिए आये थे, उस समय शोरूम का मैन गेट बंद नही था, जिसकी वजह से चोर आसानी से शोरूम में आ सके।

10 मिनट में पार हुए पैसे

इस घटना में एक बात यह भी सामने आई, कि चोरों ने 10 मिनट में केवल शोरूम आने के बाद सीधा कैश रूम में जाते और पैसे लेकर फरार हो जाते, इन तीनो घटना के सीसीटीवी फुटेज में चोर ने 7 लाख के अंदर कैश चोरी कर फरार हो गए, चोरों ने जिस समय इस घटना को अंजाम दिया उस समय एक बात यह सामने आई कि चोरों को कैसे पता चला कि कैश किस जगह के किस रूम में रखा हुआ है, इस मामले में संदिग्ध जानकार ही लग रहा है, नही तो बिना शोरूम आये चोरों को कैश कहा रखा है ये कैसे पता चला

घटना की जानकारी के बाद शोरूम के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई, जहाँ 7 लाख से कम की रकम चोरी हुई है, मामले में संदिग्ध की जांच की जा रही है। 

एसडीओपी केशलूर,विश्वदीपक त्रिपाठी

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