व्यापार

खरना पर बदल सकता है मौसम का मिजाज, पटना में सावधानी बरतने की अपील

पटना। राजधानी समेत प्रदेश का मौसम छठ के दौरान शुष्क बना रहेगा। उत्तरी भागों में सुबह के समय दक्षिणी भागों की तुलना में कोहरे का प्रभाव अधिक रहेगा। पटना सहित अधिसंख्य भागों में हल्की धुंध का प्रभाव बना रहेगा। तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।

बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त पुरवा हवा के चलने से उत्तरी भागों के कुछ स्थानों पर बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। जबकि पटना सहित शेष जिलों का मौसम शुष्क बना रहेगा। मंगलवार को पटना सहित 24 जिलों के अधिकतम तापमान में थोड़ी वृद्धि दर्ज की गई।

पटना का अधिकतम तापमान 30.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि 33.7 डिग्री सेल्सियस के साथ सीतामढ़ी (पुपरी) में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। वहीं, पटना समेत नौ जिलों के न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना का न्यूनतम तापमान 23.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

19.0 डिग्री सेल्सियस के साथ किशनगंज में प्रदेश का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। पटना व आसपास इलाकों में पुरवा के कारण मौसम सामान्य बने होने के साथ शाम में आंशिक बादल छाए रहे। 

चार दिनों तक आसमान में छाए रहेंगे हल्के बादल
केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम वैज्ञानिक डा. ए. सत्तार ने बताया कि आगामी चार दिनों तक उत्तर बिहार के जिलों में मौसम साफ रहने का अनुमान है। हालांकि हल्के बादल छाए रह सकते हैं। मौसम शुष्क रहेगा।

पूर्वानुमान की अवधि में अधिकतम तापमान 29 से 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 19 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। मंगलवार को अधिकतम तापमान 31.0 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से करीब 3 डिग्री अधिक है।

अगले चार दिनों में पूर्वी हवाएं 4-5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है। मौसम को देखते हुए उन्होंने किसानों को कुछ सुझाव दिए। गेहूं और चना की बुआई की तैयारी के लिए खेतों के आसपास के मेड़, नालियों और रास्तों की सफाई करने को कहा गया है।

गोबर की सड़ी खाद 150-200 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से खेतों में फैलाकर अच्छी तरह मिला देने की सलाह दी गई है। रबी मक्का की बुआई के लिए संकर किस्में जैसे शक्तिमान-1 सफेद, शक्तिमान-2 सफेद, शक्तिमान-3 पीला, शक्तिमान-4 पीला, शक्तिमान-5 पीला, गंगा-11 नारंगी पीला, राजेंद्र संकर मक्का-1 और राजेंद्र संकर मक्का-2 को अनुशंसित किया गया है।
खेतों की जुताई में 100-150 क्विंटल कम्पोस्ट, 60 किलोग्राम नाइट्रोजन, 75 किलोग्राम फॉस्फोरस और 50 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर के हिसाब से डालने की सलाह दी गई है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button